जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप से नहीं कह सकता उसी को क्रोध अधिक आता है | Bk Shivani
जो मन के कष्ट को स्पष्ट, रूप से नहीं कह सकता गुस्सा, उसी को ही आता है। Rabindranath Tagore